काहाणी शुरु करते हे राधा शिवमंदिर मे पडी होती हे तब बोहत हवा चलती हैं और बारीश भी होती ...
काहाणी शुरु करते हे मोहिनी उस मंदिर मे पडी होती हे तब शिवजी उसे कोछ ही समय कि जिंदगी ...
हम काहाणी शुरु करते हे नंदिनी और राज शिवमंदिर मे होते हे तब कोछ शेतान उन्हे मार देते है ...