जीवन के जाल में---------जीवन एक जाल है,सूत्रों से बुना हुआ—आशा, निराशा,मोह और माया का ताना-बाना,जहाँ हर डोरी का सिराकभी ...
मजनू की मोहब्बत पार्ट -2अगली ही शाम फिर वही टपरी, वही गिलास, वही भाप उड़ाती चाय।पर इस बार भीड़ ...
कविता में संपूर्ण रामायणरामायण केवल एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला, कर्तव्य का बोध और ...
मजनू की मोहब्बतशाम ढल चुकी थी। कॉलोनी के मोड़ पर बनी उस पुरानी चाय की टपरी से भाप उड़ाती ...
️️मजनू की मोहब्बत️️️ मजनू भोपाली का इश्क़नामा – भाग 1टपरी की महफ़िलशाम ढल चुकी थी। कॉलोनी के मोड़ पर ...
"नेता, अमरता और खबर"पुरानी चाय की दुकान। बाहर टूटी-फूटी लकड़ी की बेंच, ऊपर धूल भरा पंखा। चाय वाले के ...
“हाथ न मिलाने का ऑपरेशन सिंदूर”पुरानी चाय की दुकान। लकड़ी की बेंच पर मैं और मजनू भोपाली बैठे थे। ...
"ह" बनाम "E" : अदालत में दलील व्यंगदिन भर की थकान शाम को मोहल्ले की नुक्कड़ पर चाय की ...
पार्ट–8पार्क में साये का सचसुबह के नौ बजने ही वाले थे। कॉलोनी का बड़ा पार्क, जो आमतौर पर बच्चों ...
पार्ट–7झग्गू पत्रकार का धमाकारात के बारह बजे कॉलोनी के हर मोबाइल पर एक ही नोटिफिकेशन आया—“FB न्यूज़ – एक्सक्लूसिव ...