कॉलेज का आख़री लेक्चर खत्म करके मानवी स्टाफ रूम में आयी। पानी पिया और अपनी बैग, टिफिन और पानी ...
हैदराबाद सिटी... सुबह हो गई थी। सूरज की किरणे निकलते ही सड़कों पे चहल पहल शुरू हो गई थी। ...
अनन्या आज बहुत जल्दी में थी। उसे आज जल्दी अपने काम पे पहुंचना था। आज बाहर से कुछ सेवाभावी ...
નમસ્તે મિત્રો.. લેખનકાર્ય ની અંદર આ મારો બીજો પ્રયાસ છે.. આમ જુઓ તો પ્રકાશિત થયેલી પહેલી કવિતા ...