रात का सन्नाटा और बढ़ती बेचैनीडिनर खत्म होने के बाद सुषमा मासी ने कहा, "अच्छा, अब तुम सब थोड़ा ...
कबीर, दानिश के केबीनेट मेंऑफिस के केबिन में हल्की रोशनी फैली हुई थी। लैपटॉप की स्क्रीन पर लगातार बदलते ...
डिनर टेबल पर नई बातें और पुरानी यादेंविशाल धीरे-धीरे बंगले के अंदर आया। अंदर आते ही उसकी नज़र डाइनिंग ...
गुलाब के साए में ,बारिश की फुहारें अब भी तेज़ थीं, लेकिन समीरा ने खुद को किसी तरह संभाला। ...
अवनी ने हिचकिचाते हुए कहा, "नहीं, हम बस से चले जाएंगे।"लेकिन विशाल ने समझाते हुए कहा, "रात ज्यादा हो ...
गुलाब के साए मेंफूलों की महक से भरी उस छोटी-सी दुकान में समीरा बड़े प्यार से गुलाबों को निहार ...
माँ और बेटी की प्यारी नोकझोंकमाथूर गाउस में हलचल भरा दिन था। घर में सन्नाटा तो कभी-कभी ही होता ...
सानियाल हवेली का हंगामेदार डिनररात का समय था, और सानियाल हवेली के विशाल डायनिंग हॉल में डिनर की तैयारी ...
"तुम्हारे जन्म का साल?""नहीं," हर्षवर्धन ने हल्के से सिर हिलाया, "इस तस्वीर का साल... संजना को उसकी आवाज़ में ...
लिफ्ट में फंसे दानिश और समीरा – एक रोमांटिक मोड़समीरा ने ख़ुद को दानिश से दूर कर लिया, दानिश ...