विवेक की परेशानी....अब आगे.................विवेक पीछे मुड़कर बबिता से अचानक रोकने का कारण पूछता है....." क्या हुआ ताई...?..."बबिता घबराई सी ...
*"माँ... माँ कुछ नहीं समझती... हमेशा टोकती रहती है... उसकी वजह से मेरी ज़िंदगी बर्बाद हो रही है!"*यह शब्द ...
अब आगे..................अदिति (तक्ष) के चिल्लाने की आवाज सुनकर इशान उसके पास आता हैइशान : क्या हुआ अदिति...?...इस तरह क्यूं ...
अब आगे.........बबिता परेशान सी वहीं बैठ जाती है..... तभी उसे ध्यान आता है की वो तक्ष के कमरे में ...
अब आगे...........तान्या हैरानी से बाॅलकनी की तरफ देखकर एकांक्षी से कहती है......" तू रूक मैं देखती हूं कौन है...?..." ...
अदिति कहाँ है..?अब आगे..........आदित्य को बेहोश देखकर तक्ष के चेहरे पर हंसी आ जाती है लेकिन उसकी हंसी थोड़ी ...
Mysterious yellow flower....अब आगे...........एकांक्षी अपने बालों को छुती हुई साइड में लगे पीले फूल को निकालकर उसे देखते हुए ...
वैषिले पत्तो का असर आदित्य पर हो रहा है....अब आगे...............तक्ष काफी गुस्से में लग रहा था इधर तक्ष विवेक ...
इशिता बिना कुछ बोले बाहर चली गई उसके जाते हीं ध्रुव ने गुस्से में एक जोरदार मुक्का दिवार में ...
अदिति को ढूंढना है.....अब आगे....................तक्ष हैरानी से पीछे मुड़ता है..... बबिता हाथ में चाय की ट्रे लिए खड़ी थी ...