2013की समाप्ति होने को थी गाँव के लोग इस बात में डूबे थे कि हमनें 2013में क्या क्या किया ...
स्थान हरिश्चंद्र घाट हर तरफ लाशें ही लाशें जल रही हैं ,कुछ अधजली है तो कुछ जल के ख़ाक ...