तुम पास आये... इतने प्रश्नों के बाद एक-एक प्रश्न का दीर्घ और लघु उत्तर मेरे दिमाग में स्वयं ही ...
बेग़म कोयल आबिदा “यार अमोल देख अभी तो मेरी बात आदित्य से हुई, वो बोल रहा है कि उसने ...
जादू है, नशा है अमोल अपनी नौकरी करने के लिए पुणे चला गया। मेरी उससे बीच-बीच में बातचीत ...
दोस्त की दुश्मनी आदित्य ने अपना मोबाइल साइलेंट कर रखा था। हालाँकि, अमोल अपने ही मोबाइल और मैसेज में ...
मिलन की घड़ी “लो हमारा आशिक तो यह देखकर सदमे में होगा। अब तुम उसे क्या ब्लैकमेल कर लोगे?” ...
सर्च ऑपरेशन अब आप सोच रहे होंगे कि वो शरारत क्या थी? दरअसल हुआ यूँ कि अमोल ने स्नातक ...
विनायक शर्मा लेखक की बात सबसे पहले तो आपका बहुत-बहुत शुक्रिया कि आपने मेरी इस किताब का चयन ...
दशरथ पढ़ा लिखा वहीं तक था, जहाँ तक कि कुछ लिखा पढ़ सके। दशरथ का बचपन बहुत हिंज्यादा गरीबी ...
"हेलो तुम दुखी हो....?" आइशा ने अवनीश से पूछा।"हाँ बहुत ज्यादा...!" बहुत ही भारी गले से अवनीश ने उत्तर ...
कुछ दिनों बाद प्रधान का चुनाव होने वाला था। वर्तमान प्रधान एक दिन महावीर सिंह के पास आया। और ...