मन की गूंज, न सुनाई देती है कभी,पर यह भीतर से आती है, कभी चुपके से, कभी तीव्र।हर विचार, ...
हर सुबह की किरण में, अब हमें एक डर सा लगता है,नन्हीं आँखों में सवालों का अंधेरा सा झलकता ...