आमतौर पर हर लेखक अपने आसपास के माहौल अथवा परिवेश से प्रभावित हो कर या फिर अपने देखे भाले ...
आम इनसानी प्रवृत्ति के अनुसार हम एक-दूसरे से बात किए बिना नहीं रह पाते हैं। इसी बात को एक ...
कहते हैं कि दुख, विषाद या हताशा किसी सरहद या मज़हब की ग़ुलाम नहीं होती। किसी भी देश, धर्म ...
कुछ किताबें आपको अपने पहले पन्ने..पहले पैराग्राफ़ से ही अपने मोहपाश में बाँध लेती हैं तो कुछ किताबें आपके ...
किसी चीज़ का जब आपको कोई नशा हो जाता है या आप किसी चीज़ के आदि हो जाते हैं ...
थ्रिलर, मिस्ट्री और क्राइम बेस्ड फ़िल्मों, कहानियों एवं उपन्यासों का मैं शुरू से ही दीवाना रहा। एक तरफ़ ज्वैल ...
ज़िंदा रहा तो मिली गालियाँमरने के बाद मिली तालियाँदोस्तों... जाने क्या सोचकर यह टू लाइनर आज से कुछ वर्ष ...
आप सबने ये पुरानी कहावत सुनी तो होगी ही कि..'सहज पके सो मीठा होय' अर्थात किसी भी चीज़ को ...
लगभग 3 साल पहले कॉलेज के मित्रों के साथ जोधपुर और जैसलमेर घूमने के लिए जाने का प्रोग्राम बना। ...
सृष्टि के अन्य जीवों की भांति ही इंसान भी बारिश, तूफ़ान जैसी प्राकृतिक अवस्थाओं से ख़ुद को सुरक्षित रखने ...