Sonali Rawat stories download free PDF

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 7 (अंतिम भाग)

by Sonali Rawat

आकाश ने रोहिणी को समझाया कि मैं भी यही चाहता हूँ, परंतु हमें एक श्राप मिला हुआ है, पूर्णिमा ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 6

by Sonali Rawat
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उधर आकाश के माता पिता को भी अपने किये पर पछतावा हो रहा था कि उन्होंने अपने बेटे को ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 5

by Sonali Rawat
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रोहिणी आंखें बंद करके सो गई।कुछ देर बाद माँ रोहिणी को जगाने आई, उठ जा बेटा देख तेरा कोई ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 4

by Sonali Rawat
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वह उस पेड़ के नजदीक गई और उसने देखा वहां पर एक सुंदर युवक हरे रंग की आंखों वाला ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 3

by Sonali Rawat
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उसने कहानी सुनानी शुरू की-----मेरी यह कहानी हैं एक भेड़िया की जो अपने अस्तित्व के लिए लड़ रहा हैं। ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 2

by Sonali Rawat
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हम नहीं जानते थे कि वह क्या था? इस समय तक विकास काफी ज्यादा डर चुका था और साथ ...

प्रेम की चाय

by Sonali Rawat
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डाइनिंग रुम साफ करते करते श्रीमती जी ने एक बार और आवाज लगाई। “चाय मिलेगी?” “बस आया रेणु!” “क्या ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1

by Sonali Rawat
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अब मुझे ठीक से तो याद नहीं कि बात कितनी पुरानी हैं, पर जो कुछ हुआ वो एक एक ...

सुनसान रात - 8 (अंतिम भाग)

by Sonali Rawat
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हरीश बोलता ही जा रहा था- कितनी मुश्किलों से तुम्हें ढूंढा है तुम्हारा किसी का फोन भी नहीं लग ...

सुनसान रात - 7

by Sonali Rawat
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कहते हैं की वह खण्डहर हो चुका गांव, कब्रिस्तान और चुड़ैल का साया अभी भी बैंगलोर मैसूर हाईवे पर ...