नवीन एकाकी stories download free PDF

अच्छी बेटी

by एकाकी
  • 6.8k

बड़े ही मन से उसकी सहेलियों ने उसे दुल्हन के लाल जोड़े में सजाया था। बला की खूबसूरत नजर ...

अघोरी का शाप - अंतिम

by एकाकी
  • (4.4/5)
  • 9.8k

समय के साथ साथ वो सब भूल गयी। बाबा के पिता ने भी उसे कुछ भी न बताया और ...

अघोरी का शाप - 4

by एकाकी
  • 10.6k

शायद बाबा के बाप और विनती का असर अघोरी पर पड़ा और वो अपनी उसी गुर्राहट भरी आवाज़ में ...

अघोरी का शाप - 3

by एकाकी
  • 11.1k

कुछ देर तक उन दोनों को निहारने के बाद वो अघोरी एक भयानक खरखरती तेज आवाज़ में आदेशित अंदाज़ ...

अघोरी का शाप - 2

by एकाकी
  • 12.2k

वो थी तो पंचर की दुकान पर वँहा दिन भर जमघट लगा रहता। जिसमे गांव के बड़े बुज़ुर्ग भी ...

अघोरी का शाप - 1

by एकाकी
  • 18.3k

आज मैं कोई कहानी नही बल्कि एक ऐसी सच्ची घटना के बारे में लिख रहा हूं जिसका प्रमाण वो ...

घर कब आओगे

by एकाकी
  • 12.6k

सांसे टूट रही थी, धड़कन भी धीरे धीरे रुकने लगी थी। पूरे शरीर लहूलुहान था। दुश्मन की गोलियों ने ...

पलाश के आँसू

by एकाकी
  • 5.2k

??????????????????? सालों से देख रहे थे हम सब, वो उस पलाश के पेड़ के नीचे ही रहती आ रही ...

छोटी कहानियां

by एकाकी
  • 7k

दो जिस्म एक जानचाचा जलेबी खानी है... तो खा ले बेटा... पर मेरे पास आज पैसे नही तो कल ...

ससुराल गेंदा फूल

by एकाकी
  • 6.2k

उसने पूरे कमरे को उथलपुथल कर डाला, एक एक कपड़ा और अलमारी को हर तरह से चेक कर डाली, ...