त्रिवेणी का फोन एक बार फिर बज उठा जब उसने देखा तो उस पर "बुआ जी" फ्लैश हो रहा ...
एक महीने बाद एक महीना बीत चुका था त्रिवेणी और शिवराज जी के विवाह को इन महीना में त्रिवेणी ...
कुछ वक्त बाद त्रिवेणी अपने ससुराल आ चुकी थी। और बुआ जी ने उसका ग्रह प्रवेश कराया। इसी तरह ...
बुआ जी के फोन रखने के बाद इधर त्रिवेणी थोड़ी भावुक से हो गई थी आज सच में उसे ...
बहुत देर तक भी जब अखंड नहीं चुप हुआ तो सभी लोग परेशान हो गए थोड़ी देर बाद बुआ ...
तृप्ति की उम्र अब शादी योग्य हो गई थी जिसके कारण उसकी माँ सीमा जी अब थोड़ी चिंतित रहने ...
आज बुआ जी त्रिवेणी के घर रिश्ता लेकर जाने वाली थी जिसके कारण वो सुबह से ही उसकी तैयारी ...
रात की उसे गहरे काले अंधेरे में एक बहुत ही अजीब जगह जो खंडहरनुमा थी जिसे पास से देखने ...
ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है और इसमें किसी प्रकार की सत्यता नहीं हैं अगर ...
आज से दो तीन महीने पहले मेरे कॉलेज में उसके स्थापना दिवस का आयोजन किया गया था! जिसका उस ...