--अध्याय 18नई पहचान, नए अहसास(अधूरे सपनों की चादर)समय जैसे पंख लगाकर उड़ गया। कॉलेज का पहला साल तमन्ना ने ...
अध्याय 17नई राहों की दहलीज़(अधूरे सपनों की चादर)12वीं की परीक्षा का परिणाम आया। तमन्ना के हाथ में मार्कशीट थी ...
अध्याय 16–: भीतर की साधनादसवीं की परीक्षा में गांव के सबसे बड़े इकलौते सरकारी स्कूल वह में तीसरे स्थान ...
अध्याय १५ – नई राहें और नए डर दसवीं की सफलता तनु के जीवन में नई उम्मीद लेकर आई ...
अध्याय 14 – संघर्ष और पहली जीत“संघर्ष के बीच मिली पहली जीत का स्वाद उम्रभर याद रहता है, क्योंकि ...
भीतर की बांसुरी — लेखनी तब चली, जब भीतर कोई टूटा — और फिर उस टूटन से प्रकाश ...
-अध्याय 13 – बीमारी, गरीबी और रिश्तों की गर्माहटजीवन की राह कभी सीधी नहीं होती। कभी स्वास्थ्य गिराता है, ...
अध्याय 12 – छोटी-छोटी खुशियाँ और सपनों की परछाइयाँजीवन की सबसे मीठी यादें अक्सर वही होती हैं जिन्हें हम ...
अध्याय 11 – मासूमियत से आत्मबोध की ओरस्कूल की दीवारें सिर्फ पढ़ाई की जगह नहीं थीं, बल्कि तनु के ...
अध्याय 10 – उमंगों की उड़ान और आत्मसम्मान का जन्मछठी कक्षा का समय तनु के जीवन का बिल्कुल नया ...