Divya Shree stories download free PDF

पहली दस्तक - 4

by unspoken mirrors
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जब काव्य घर पहुँची, उसके चेहरे पर साफ़ गुस्से के निशान थे।माँ ने दरवाज़ा खोलते ही पूछा,— "क्या हुआ ...

पहली दस्तक - 3

by unspoken mirrors
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अगले दिन नव्या तय कर चुकी थी —आज वो किसी की बात में नहीं पड़ेगी।कौन कैसा है, कौन क्या ...

पहली दस्तक - 2

by unspoken mirrors
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ज़िंदगी में जब भी हम किसी नई चीज़ की शुरुआत करते हैं, तो मन में कहीं न कहीं एक ...

एक ख़ामोश आवाज़

by unspoken mirrors
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कक्षा आठवीं का वो साल…आठवीं कक्षा की वो दोपहर आज भी मेरी यादों में , ...

वो जो सुन लेता है

by unspoken mirrors
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स्थान: एक IT कंपनी का ओपन-स्पेस ऑफिस, चौथी मंज़िल।समय: सुबह 10:15 AMलाइट ग्रे दीवारों वाला मॉडर्न ऑफिस, जिसमें नीली ...

पहली दस्तक - 1

by unspoken mirrors
  • 3.9k

आज काव्या कापहला इंटरव्यू था । जिंदगी के पहले सपने की दस्तक ।“काव्या, चलो,” उसके चचेरे भाई ने पुकारा। ...