"हाँ गलती हो गई तुमसे शादी कर के, बताओ अब क्या करूँ?" सोनम झल्लाहट में कुछ ज्यादा ही बोल ...
हाथों में ऐ के 56 थामे जंगलों में भटकना ही हमारी ज़िन्दगी थी, हर पल खतरा रहा करता था ...
मणिका की नई नौकरी उसे नए जोश से भर रही थी | पर एक डर भी था अनजान शहर ...
जून की कड़क गर्मी थी | आसमान से लगता था की सूर्यदेव अग्नि की वर्षा करने में मग्न थे ...
"हाँ गलती हो गई तुमसे शादी कर के, बताओ अब क्या करूँ?" सोनम झल्लाहट में कुछ ज्यादा ही बोल ...