यह कहानी एक 13 वर्षीय लड़के की है, जो गरीबी और कठिनाइयों का सामना कर रहा है। उसकी माँ एक टांग से लंगड़ी थी, फिर भी उन्होंने अपने बेटे को आत्मसम्मान और मेहनत का महत्व सिखाया। लड़के का पिता शराबी था और उसकी माँ ने उसे घर से भगा दिया था। माँ की मृत्यु के समय, उन्होंने अपने बेटे से वादा लिया कि वह कभी भीख नहीं मांगेगा और मेहनत करेगा। उन्होंने बेटे को समझाया कि किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहिए, यहां तक कि भगवान के सामने भी। कहानी में गरीबी और उसके प्रभाव को दर्शाया गया है, और यह दिखाया गया है कि कैसे माँ की अंतिम सलाह ने लड़के के जीवन को प्रभावित किया। कहानी का अंत दुखद है, क्योंकि माँ की मृत्यु के बाद लड़के को अपने भविष्य की चिंता सताती है, लेकिन वह अपनी माँ के वादे का पालन करने का प्रयास करता है।
कफ़न
Vikash Raj द्वारा हिंदी लघुकथा
Four Stars
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विवरण
जब मैंने उसे देखा था तब वो महज 13 साल का था खाली पेट सो जाया करता था, पर कभी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया, कपडे फटे थे उसके पर कभी भी अपनी टांग किसी दुसरे की चादर से ढकने की कोशिश नहीं किया. बहुत ही खुद्दार हुआ करता था. होटलों में गिलास धोया, रात को सडको पर सोया ,मैंने बहुत बार कोशिश की उसकी मदद करने की पर उसे उसकी माँ ज़िन्दगी के कुछ वसूल सिखा कर गयी थी. कभी किसी के सामने हाथ न फ़ैलाने की.तब एक दिन मैंने उसे पास बुला कर कुछ पैसे दिए
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