उर्दू पत्रकारिता ने बिहार में पत्रकारिता की नींव रखी है, जिसका महत्व आजादी के आंदोलन और भारत के विकास में अहम रहा है। उर्दू पत्रकारों ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया, लेकिन आज मीडिया की चुनौतियों के चलते उनके योगदान को नजरअंदाज किया जा रहा है। भारत में पत्रकारिता की शुरुआत 1780 में हुई थी, जब हिक्की ने पहले समाचार पत्र 'बंगाल गजट' का प्रकाशन किया। बिहार में पहला उर्दू समाचार पत्र 'साप्ताहिक उर्दू अखबार' 1810 में प्रकाशित हुआ, जिसे मौलवी अकरम अली ने संपादित किया। इसके बाद 1853 में आरा से 'नूर उल अनवार' नामक दूसरा उर्दू पत्र प्रकाशित हुआ। बिहार में उर्दू पत्रकारिता ने अन्य भाषाओं के लिए रास्ता खोला और अंग्रेजी पत्रकारिता का दौर भी प्रारंभ किया। 1856 में 'अखबार ई बिहार' नामक सरकारी उर्दू पत्र का प्रकाशन हुआ, जिसका उपयोग सरकारी प्रचार के लिए किया गया। इस प्रकार, उर्दू पत्रकारिता ने बिहार में न केवल पत्रकारिता की शुरुआत की, बल्कि इसे आगे बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उर्दू अखबारों ने रखी बिहार में पत्रकारिता की नींव
Sanjay Kumar
द्वारा
हिंदी पत्रिका
5.3k Downloads
12.2k Views
विवरण
इसमें कोई शक नहीं कि देश में उर्दू पत्रकारिता का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। आजादी के आंदोलन से लेकर भारत के नवनिर्माण में उर्दू के पत्रकारों और उर्दू पत्रकारिता ने अपना योगदान देकर एक बड़ा मुकाम बनाया है। इसमें बिहार की उर्दू पत्रकारिता की भूमिका भी अहम रही है। लेकिन, हकीकत यह है कि मीडिया के झंझावाद ने लोकतंत्र के चैथे खम्भे को मजबूत बनाने में उर्दू के पत्रकारों और उर्दू पत्रकारिता के योगदान को आज दरकिनार कर दिया गया है। उर्दू पत्रकारिता अपने बजूद के लिए आज हर मुकाम पर संघर्ष कर रही है.................
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी